July 22, 2011

संसार से भागे फिरते हो (चित्रलेखा - 1964) Sansar se bhage phirte ho (Chitralekha - 1964)

संसार से भागे फिरते होभगवान को तुम क्या पाओगे
इस लोक को भी अपना न सके, उस लोक में भी पछताओगे .
 
ये पाप है क्या, ये पुण्य है क्यारीतों पे धरम की मुहरें हैं
हर युग में बदलते धर्मों को कैसे आदर्श बनाओगे
 
ये भोग भी एक तपस्या हैतुम त्याग के मारे क्या जानो
अपमान रचयिता का होगा, रचना को अगर ठुकराओगे
 
हम कहते हैं ये जग अपना हैतुम कहते हो झूठा सपना है
हम जन्म बिता कर जायेंगे, तुम जन्म गंवा कर जाओगे


[Composer :  Roshan;   Singer : Lata Mangeshkar;  Producer : Pusha Picture ;  Director: Kidar Nath Sharma; Actor : Meena Kumari]

 
Note :   केदार शर्मा ने  सन 1941 में भी चित्रलेखा फिल्म बनाई थी | उसमें एक गीत था- तुम जाओ जाओ भगवान बने | इसके बोल नीचे दिए गए हैं । सन 1964 में बनी चित्रलेखा के लिए साहिर ने इसी सिचुऐशन पर संसार से भागे फिरते हो” गीत लिखा |  

तुम जाओ जाओ भगवान बने
इंसान बनो तो जाने |

तुम उनके जो तुमको ध्यायें 
जो नाम रटें मुक्ति पायें
हम पाप करें और दूर रहें
तुम प्यार करें तो माने

तुम जाओ जाओ भगवान बने
इंसान बनो तो जाने |
 

4 comments:

  1. Thanks Sunil ji, it is wonderful collection.
    " तुम जाओ जाओ भगवान बने
    इंसान बनो तो जाने |"
    what-e-wonderful line. who is the write of these lines. i have searched a lot but there is no info available. or may be i miss it.

    ReplyDelete
  2. Sahir Ludhianvi is writer of these lines

    ReplyDelete
  3. धन्यवाद. बहुतही रोचक जानकारी.

    ReplyDelete
  4. Sahir is the best lyricist

    ReplyDelete